उत्तराखण्ड (Bureau Chief-TWV) : देहरादून में 3 मई रविवार को दून स्थित डीएवी (पीजी) कालेज परिसर में सरकार द्वारा छात्र/छात्रओं को लाॅकडाउन में फंसे इन स्टूडेंटों को अपने गावं जिलों में पहुंचाने का जिम्मा लेते हुए सरकार द्वारा कई बसें लगाई गई जिसमें इस डीएवी कालेज के परिसर से बसे छात्रओं को लेकर रवाना कि गई। जिसमें आपको बता दे कि पीछले माह 22 मार्च से लाॅकडाउन लगने के कारण प्रदेश में अब तक फंसे दून में कई छात्र व छात्राऐं जो हाॅस्टल व किराये के कमरे लेकर रहा थें।
जिसमें साथ अब तक कई प्रकार की परेशानीयों इस दौरान जूझना पड़ा जबकि राशन व खाने की व्यवस्था सरकार द्वारा या फिर कई संस्थाओं व समाज सेवको द्वारा इन स्टूडेंटों तक पंहुच रही थी। लेकिन फिर भी ऐसे संकट के दौरान अपने परिवार से दूर रहना एक बहुत बड़ी समस्याओं का सामना कराना पड़ता है। वही इसी को देखते हुए प्रदेश की उत्तराखण्ड सरकार ने 2 मई 2020 को एक आदेश जारी के साथ नई गाईडलाइन जारी करते हुए इन सभी प्रदेश के अलग-अलग जिलों से छात्रों के उनके घर व गांव तक सुरिक्षत पहंुचाने के लिए नई व्यवस्था की गई। वही जिसमें इन्हें अपने गंतव्यों को भेजा जाएगा।
वही इसी पर सूत्रों के मुताबिक लॉकडाउन के बीच राजधानी में अब तक फंसे राज्य के विभिन्न जिलों के 2178 छात्र.छात्राओं और आमजन को उनके घरों तक पहुंचाने की तैयारियां कर ली गई हैं। वही जिसमें ये छात्र व छात्राऐं किस जिले के कितने छात्र.छात्राएं और आमजन दून में फंसे हैं। वही इन सभी का सरकार ने इसका डाटा तैयार करवा लिया है। और फिर देहरादून में लॉकडाउन 3.0, के दौरान इन सभी छात्राओ व कई परिवार जन सहित लोगों को जिसमें हरिद्वार, नैनीताल, पिथौरागढ़ , पौड़ी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग, टिहरी, ऊधमसिंह नगर, और उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, गैरसैण, चंपावत के सैकड़ो छात्र व लोग फंसे हुए हैं।
अब इन्हें अपने गंतव्यों को भेजा जाएगा। प्रदेश सरकार द्वारा पंजीकरण प्रक्रिया के बाद लोगों ने उत्तराखंड वापस अपने गांव व घरों में आने के लिए पंजीकरण कराया है। इन्हें अपने गंतव्यों को भेजा जाएगा। इन्हें 14 दिन के होम क्वारंटाइन पर रखा जाएगा। राज्य व जिला स्तर पर तैनात नोडल अधिकारी किसी आपात स्थिति के के मद्देनजर भी इनको दूसरे वाहनों से लाने, उन्हें क्वारंटाइन करने के संबंध में अलग व्यवस्था करेंगे। इन सभी लोगों ने फोन करके सरकार, शासन और प्रशासन को जानकारी दी थी।
वही दुसरी ओर इस पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना में लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में उत्तराखंड के लोग फंसे हुए हैं। इनमें से अभी तक 1.25 लाख लोग वापस आने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें सबसे अधिक दिल्ली, मुंबई और महाराष्ट्र के हैं। अब इन सभी लोगों को वापस लाने की तैयारी की जा रही है। इन सभी को सड़क मार्ग से वापस लाया जाना है इसके लिए लंबी दूरी तक बसें लगाई जा रही हैं।