BREAKING NEWS: बॉर्डर में स्वास्थ्य विभाग की टीमें रैंडम सैम्पलिंग के लिए तैनात


उत्तराखण्डः (Bureau Chief-Sompal Singh) 17 मई : रविवार को कोविड-19 का लाॅकडाउन-3 समाप्त और 18 मई से लाॅकडाउन-4 प्रारंभ हो जाएगा। लेकिन उत्तराखंड में वापस लौट रहे प्रवासियों के सिलसिले के साथ ही कोरोना मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है। जिसमें आपको बता दे कि विगत 4 दिनों में ही 11 कोरोना कोविड-19 संक्रामित केस और बढ़ गये हैं। वही जबकि ऐसे स्थिति में प्रशासन ने सीमाओं पर भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें रैंडम सैम्पलिंग के लिए तैनात कर दी गई हैं। जिसमें राजधानी में अंदर आने वाले लोगो केे ज़्यादा से ज्यादा जांच के साथ उनके सैम्पल भी लिये जा सकें।  वही जिसमें आपको बता दे कि राज्य में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 88 पहुंच गई थी, लेकिन शनिवार देर शाम को उधमसिंह नगर जिले में दो और नैनीताल जिले में एक  मरीज मिला। शनिवार देर शाम तक कुल 09 मरीजों के मिलने के बाद संक्रमितों की संख्या 82 से बढ़कर 91 पहुंच गई ।


वही जिसमें आपको बता दे कि राजधानी में बार्डर चैक पोस्ट जहां-जहां स्वास्थ्य टीम सीमा से अंदर घुसने से पहले प्रवासियों के रैडम सैंपलिंग के लिए बनाये चैक पौस्ट जिसमें यूपी, दिल्ली, हरियाणा, आदि प्रदेशों के लोग दून के आशारोड़ी बार्डर पर थर्मल स्कैनिंग व रैंडम सैंपल की जांच हो रही हैं ,वही दुसरी सीमा बिजनौर यूपी आने वालो के लिए हरिद्वार रोड रायवाला, इसके बाद कुल्हाल बार्डर पर सैम्पल लिये जा रहे हैं। वही सूत्रों के हवाले मिली खबर के अनुसार कोई भी दून राजधानी में प्रवेश करने वाला सीमा का चेक पोस्ट बॉर्डर आशा रोड़ी में स्वच्छ विभाग की टीम द्वारा आने वाले प्रवासियों को रेंडम सैंपल ले रही हैं।


वही जिसमें से करीब 51 लोगों के रैंडम सैंपल एकत्र हुए। वहीं दूसरी ओर हरिद्वार, ऋषिकेश की ओर से आने वाले लोगों के लिए महाराणा स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर क्षेत्र में आने वाले लोगों के करीब 68 रेंडम सैंपल लिए गये जाने की सूचना है । वही इसी तहर कुल्हाल चैक पोस्ट पर 40 के करीब सैंपल प्राप्त किये। वही दुसरे हरिद्वार व यूपी से आने वाले रास्ते पर रायवाला चेकपोस्ट के जरिए आने वाले लोगों के 20 के करीब प्रवासियो के सैंपल लिए गए।


 वही सूत्रों के मुताबिक देहरादून के जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने कढ़ी चेतावनी देते हुंए कहा की कोरोना संक्रमति प्रभावित राज्यों से आने वाले जो वृद्ध लोग जिनकी आयु 65 वर्ष से अधिक उम्र वाले या जो मधुमेह रोगी से संबंधित या फिर हार्ट पेशेंट या ब्लड प्रेशर आदि पीड़ित लोगों के साथ ही संक्रामित लक्षणों वाले लोगों की सैंपली के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिन लोगों के रैडम सैंपल लिया गया है। ऐसे लोगो के लिए स्वस्थ विभाग की टीम उसी दिन उसके घर पर होम क्वारंटाइन का पर्चा चस्पा रही है । और साथ-साथ ही उनका डाटा भी मेंटेन किया जा रहा है।


वही जिसमें आपको बता दे कि राजधानी के सीमा आशारोड़ चैक पोस्ट पर तैनात चैकी प्रभारी जैनेंद्र राणा ने बताया कि जो कोई दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब मुंबई, राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि से लौटने वाले लोगों के वाहनों की लंबी कतार की वजह से शनिवार को आशा रोड़ी चेकपोस्ट पर जो लंबा जाम लग गया है । उस संबंध में पुलिस चैकी इंचार्ज राणा ने कहा की रोजाना इस चैकपोस्ट बार्डर पर करीब 400 से 1000के करीब लोग या प्रवासीयों की थर्मल स्कैनिंग करने के बाद ही उन्हें चैकपोस्ट से आगे भेजने की परमीशन दी जा रही है। और साथ ही चैकपोस्ट पर आने वाले हर व्यक्ति के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप स्टाल भी कराया जा रहा है।


आपको बता दे कि उत्तराखंड में प्रवासियों के लौटने का सिलसिला लगातार जारी है और इसी लिए ऐसे में सबसे जरूरी है की क्वारंटाइन नियमों का पालन किया जाए ताकि संक्रमण कम्यूनिटि में न फैले। वही जिसमें सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड में जो भी प्रवासी श्रमिक अपने घरों को लौट रहे हैं। और वही उन्हें होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। वही जिसमें अब ऐसे में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी समस्या वो लोग बन गये हैं जो क्वारंटाइन के नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। जिसमें सूत्र बताते है कि कई लोग की शिकायतें प्रशासन को मिली हैं। जो लोग क्वारंटाइन का पालन नहीं कर रहे है। जिस पर इस तरह की शिकायातो को प्रशासन संज्ञान में लेकर ऐसे लोगों पर मुकदमा दर्ज अब किया जाएगा। जिसमें जो कोई भी हो होम क्वारंटाइन नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। साथ ही आपको बता दे कि ये जरूर है कि सीमाओं पर रैंडम सैम्पलिंग से जल्दी मरीजों की पहचान हो पा रही है।


वही जिसमें अगर प्रवासियों के वापस लौटने के सिलसिले में अगर किसी किसम की कोई भी चूक होती है तो आने वाले समय में उत्तराखंड में स्थिति और खरनाक हो जाएगी । जो फिर सम्भालना मुशकिल हो जाएगा। वही सूत्रों की मान तो अब प्रदेश में जो भी मरीज पॉज़िटिव आ रहे हैं वो बाहरी राज्यों से वापस लौटने वाले लोग ही हैं।


वही दुसरी ओर इस पर देहरादून से उत्तराखण्ड पुलिस डीआईजी अरूण मोहन जोशी ने साफ तौर पर कहा कि लाॅकडाउन या क्वारंटाइन नियम का पालन तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त विधिक कार्रवाई की जायेगीै। साथ ही सीमाओं पर रैंडम सैम्पलिंग से मरीजों की रिपोर्ट आने से फायदा मिल रहा है। जिनके सैम्पल लिये जा रहे हैं उसके साथ में उनकी कांटेक्ट हिस्ट्री भी लिखी जा रही है।


वही डीआईजी जोशी ने यह भी कहा कि प्रशासन ने कुछ नंबर आपदा कंट्रोल रूम 0135 2729250 पुलिस कंट्रोल रूम 0135 2722142 भी जारी किए हैं। जिसमें कोई भी व्यक्ति क्वारंटाइन नियमों की अनदेखी करने वालों की शिकायत कर सकता है। शिकायत करने वाले नाम और नंबर गुप्त रखा जाएगा।
वही जिसमें इस जनपद देहरादून के ज़िलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने ये भी कहा कि जहां से कोरोना मरीज आ रहे हैं। उन कॉलोनियों को सील करने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि ये लोग वहां हाल ही में आये हैं। ऐसे में पड़ोसी अहम भूमिका निभा सकते हैं। वही लोग बहारी व्यक्ति का ध्यान ही लोग रख सकते हैं। अब प्रशासन द्वारा जो लोग क्वारंटाइन नियमों का पालन नहीं कर रहे उन लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया जा सकता है।