LATEST NEWS: खाकी वर्दी का रौब गाठ कर जनता के साथ साथ पत्रकारों पर भी डंडे चले...


(Bureau Chief-TWV, News Desk) उत्तर प्रदेश,16 अप्रैल : देशभर में लगा लाॅकडाउन के दौरान लोग इसका उल्लघन करने से बाज नही आ रहे है। जिसमें इस लाॅकडाउन को सख्ती से पालन कराने के लिए देशभर में पुलिस सख्ती पेश आ रही है। वही सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश में कवरेज कर रहे पत्रकारों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज व दुर्व्यवहार को तुरंत रोके के लिए प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद कुशवाहा ने सहानुभूति के साथ पुलिस महानिदेशक, लखनउ को अवगत कराया गया।


वहीलखनऊ में 15 अप्रैल प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरीश चंद कुशवाहा ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेंद्र कुमार अवस्थी को पत्र लिखकर के अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश में कोरोना जैसी भीषण बीमारी से शासन और प्रशासन की बात जनता तक और जनता की बात शासन और प्रशासन तक पहुंचाने के लिए अपने परिवार को छोड़कर उनकी पुलिस प्रशासन की भांति सड़कों पर सुबह से शाम तक अपनी जान जोखिम डाल कर समाचार पत्रों एवं टीवी चैनलों में कवरेज करने हेतु रात दिन सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं। उपरोक्त स्थिति में उत्तर प्रदेश की पुलिस खाकी वर्दी का रौब गाठ कर जनता के साथ साथ पत्रकारों के ऊपर भी डंडे चला रही हैं। और यहां तक कि कई जगह पत्रकारों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया जा रहा है।


वही जिसमें इस दौरान उत्तर प्रदेश से एसोसिएशन के जिला अध्यक्षों द्वारा एवं अन्य पत्रकारों द्वारा एसोसिएशन को सूचना दी जा रही है इसके संबंध में कई बार जनपदों के पुलिस अधीक्षकों से भी कहा गया कि पत्रकारों के साथ अभद्रता ना कराएं परंतु अभद्रता और मारपीट रुकने का नाम नहीं ले रही है। इससे पत्रकारों में पुलिस के प्रति भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है और यही अगर स्थिति बनी रही तो पुलिस और पत्रकारों का टकराव होना निश्चित है उत्तर प्रदेश के डीजीपी से अनुरोध करूंगा कि वह उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया होने के नाते एक सख्त निर्देश पुलिस अधीक्षकों को निर्गत करें कि पत्रकारों के ऊपर डंडा चार्ज और अभद्र भाषा का प्रयोग न किया जाए और यदि ऐसी शिकायतें मिली तो कठोर कार्रवाई की जाएगी जिससे पत्रकारों का उत्पीड़न रुकेगा।


एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों से अनुरोध किया है कि वह अपने पत्रकारों को संयम बरतने के निर्देश दें और यदि किसी पत्रकार के साथ स्थानीय पुलिस मारपीट करती है। तो उसका वीडियो बनाकर के उपलब्ध कराया जाए जिसे मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा फिर भी यदि न्याय नहीं मिला तो एसोसिएशन मजबूर होकर जन आंदोलन छेड़ने पर विवश होगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन की होगी।