उत्तराखण्ड (Bureau Chief-TWV): देहरादून में 22 अप्रैल 2020 बुद्धवार को दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसीयू में भर्ती दो मरीजों की मौत। वही दून अस्पताल में भर्ती इन दोनो मरीजों की मौत से कोरोना की चर्चाओं में लोगों में दहशत बनी हुई है। आपको बात दें कि दून अस्पताल को कोरोना कोविड-19 वार्ड का सेंटर बना है। जिसमें यह पर कई कोरोना पाॅजिटिव मरीजो का इलाज चल रहा है। वही जिसमें सूत्रों के मुताबिक इनमें से एक 23 वर्षीय एक युवक 21 अप्रैल मंगलवार की दोपहर कोरोनेशन अस्पताल से यहां रेफर हुआ था। वही डाॅक्टरो के मुताबिक इस युवक के बदन दर्द, बार.बार चक्कर आने की शिकायत थी। वही इसे दून अस्पताल में उसे आइसीयू में रखा गया था। बताया जा रहा है कि ये युवक मूल रूप से नैनीताल का रहने वाला है, और यहां एक प्राइवेट स्कूल में खाना बनाने का काम करता था।
वही दुसरी ओर इसके अलावा दूसरा व्यक्ति एक बुजुर्ग 65 वर्षीय 20 अप्रैल सोमवार को दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में भर्ती किए गए थे। जिसमें डाॅक्टरो द्वारा उनके इलाज के दौरान बताया कि उन्हें सांस, लेने की दिक्कत हो रही थी। वही सूत्रों द्वारा बताया गया कि लाॅकडाउन से एक दिन पहले 21 मार्च को यह बुर्जुग दुबई अपने बेटे के पास से लौटे थे। वही यह दिल्ली में वह 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटाइन में रहे। जिसमें इनकी वही पर जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। और फिर ये 7 अप्रैल को वह देहरादून पहुंचे और होम क्वारंटाइन में थे। उन्हें अस्थमा, दमा रोग से पीड़ित दिखाई पड़ रहे थे।
जिसमें इन्हें दून मेडिकल कालेज देहरादून में पहले उन्हें वार्ड में भर्ती किया गया। और जब इनकी तकलीफ ज्याद बढ़ने लगी तो बुर्जुग मरीज को आइसीयू में भर्ती किया गया। जिसमें यह बुर्जुग व्यक्ति मूल रूप से जनपद पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं और यहां पंडितवाड़ी क्षेत्र में रहते थे। इन दोनों का सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा गया है। वही जिसमें सूत्रों के मुताबिक इन दोनो की कोरोना संक्रमण जांच रिपोर्ट आने के बाद ही शव परिजनों के सुपुर्द किए जाएंगे। फिलाहाल अभी दून मेडिकल कालेज, की मोर्चरी में दोनो शवों को रखा गया है। दून अस्पताल के डिप्टी एमएस एवं कोरोना के स्टेट को-ऑर्डिनेटर डॉ. एनएस खत्री ने इसकी पुष्टि की है।