उत्तराखण्ड न्यूज डेस्कः जम्मू एण्ड कश्मीर में 22 दिसंबर को कश्मीर क्षेत्र में आपको बता दें कि पिछले एक अरसे से पाक की ओर से सीजफायर जारी रहने के बावजूद पाक ने एक बार फिर नियंत्रण रेखा ;एलओसी, पर संघर्ष.विराम का उल्लंघन किया है। वही वही जिसमें सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना ने जारी बयान में कहा कि 20 दिसबंर 2019 शुक्रवार की रात अखनूर सेक्टर में दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई। वही जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। जब कि सूत्र बताते है की राजोरी जिले के केरी बटाला और सुंदरबनी सेक्टरों में संघर्ष.विराम का उल्लंघन किया गया।
वही जिसमें सूत्रों के हवाले से सेनाधिकारियों के द्वारा बताया गया कि विगत 22 दिसंबर शुक्रवार रात पल्लांवाला तथा अखनूर सेक्टर में भी पाक सेना की फारवर्ड पोस्टों पर कब्जा जमाने की कोशिशों को भारतीय सेना ने नाकाम बना दिया था। और भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय सेना ने टैंकभेदी मिसाइलों की मदद से उन्हें उड़ा दिया था।
वही इस पर सूत्र बताते है की करीब 814 किमी लंबी एलओसी पर पाक सेना की तकरीबन 3 दर्जन जिन फारवर्ड पोस्टों को भारतीय सेना ने तोपखानों और मिसाइलों की मदद से नेस्तनाबूद किया था वे लांचिंग पैडों के तौर पर इस्तेमाल की जा रही थीं जहां से आतंकियों को इस ओर लांच किया जा रहा था। अब पाक सेना इन चौकियों को पुनः बनाना और कब्जाना चाहती है। लेकिन यह पर भारतीय पक्ष ऐसा करने नहीं दे रहा।
इधर वही इस पर सूत्रों से मिली खबर के अनुसर भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर स्थिति किसी भी समय खराब हो सकती है। हमें हर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वह नियंत्रण रेखा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। वही जिसमें पाक सेना भयानक सर्दी के बीच सारी एलओसी को गोलाबारी और मिसाइल हमलों से गर्माए हुए है। जबकि सच्चाई यह है कि जबरदस्त और आक्रामक जवाबी कार्रवाई के कारण उसे भयानक क्षति के उस दौर से गुजरना पड़ रहा है जो उसे कभी युद्धों में भी नहीं उठानी पड़ी थी।
वही जिसमें सेना प्रमुख रावत ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर स्थिति किसी भी समय खराब हो सकती है। उनका बयान ऐसे समय में आया है जब अगस्त में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म करने के बाद से पाकिस्तान जम्मू.कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर लगातार युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है।रावत ने कहा कि देश को हर कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा।
वही जिसमें आपको बता दें की हर बार पाक सेना को भारतीय सेनाओं के हाथोमुंह की खानी पड़ रही है। जब सूत्र बताते है कि यह जंग सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट पर हवाई हमलों के बाद से आरंभ हुई है। वही जिसमें गौरतलाब है की एक अरसे से सीजफायर के जारी रहने के बावजूद एलओसी पर होने वाली भीषण गोलाबारी के पीछे का सबसे बड़ा कारण खोई हुई उन फारवर्ड पोस्टों पर कब्जे की जंग है।
वही जिसमें भारतीय सेना को आक्रामक रुख अपनाने का निर्देश मिला तो पाक सेना तिलमिला उठी है। वही इसके नतीजा सामने है। पाक सेना चाहकर भी अभी तक अपनी खोई हुई फारवर्ड पोस्टों तथा बंकरों को वापस नहीं पा सकी है। कारगिल युद्ध के बाद भारतीय सेना ने अपनी उन फारवर्ड चौकियों तथा बंकरों को खाली ही नहीं कियांे। वही जो हजारों फुट की ऊंचाई पर थे और जिन पर कब्जे की जंग ही असल में कारगिल युद्ध के रूप में सामने आई थी।
वही जिसमें सिर्फ आतंकियों को ही नहीं बल्कि इन चौकियों का इस्तेमाल भारतीय इलाकों में भारतीय सेना के गश्ती दलों तथा भारतीय सेना के कुछ फारवर्ड बंकरों पर कब्जा जमाने के इरादों से बैट हमलों के लिए भी प्रयोग में लाया जा रहा था ।
वही एलओसी पर हलात को देखते हुए सूत्र के मुताबिक भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकियों के नापाक मंसूबों को लगातार विफल बनाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इसके चलते राजमार्ग पर विशेष तौर से उत्तरी और दक्षिणी कश्मीर से गुजरने वाले रास्ते पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वही जिसमें आपको बता दे कि जम्मू.कश्मीर में एक बार फिर से आतंकियों की नापाक हरकत का पर्दाफाश हुआ है। सुरक्षाबलों ने रविवार को बारामुला.उड़ी हाईवे पर सैन्य वाहन उड़ाने की साजिश को नाकाम किया गया है। जिस पर पाक सेना बिफरी और तिलमिलाई हुईं है ।