उत्तराखण्ड/देहरादून डेस्कः नई दिल्ली में 7 दिसंबर को सफदरजंग अस्पताल में रोप पीड़ित युवती जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही थी। जिसमें सूत्रों के हवाले सेमिली जानकारी के अनुसार उन्नाव बलात्कार पीड़िता की जिसे दरिंदों ने आग के हवाले की गई थी। सफदरजंग अस्पताल में 6 दिसंबर शुक्रवार को रात्री करीब 11.30बजे पीड़िता की मौत हो गई। वही जिसमें एक दिन पहले 5 दिसंबर 2019 गुरुवार को ही अपने भाई से दर्दनाक दास्तां कहते हुए जिंदगी से लड़ाई लड़ने वाली पीड़िता ने पूछा था। कि क्या भाई मै बच जाऊंगी, भाईया मैं जीना चाहती हूं ।
वही पीड़िता को क्या मालूम था। वह जिंदगी की जंग हार जाएगी और जिसमें मौत तो उसके दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है। युवती ने अन्तिम बार अपने भाई से यह भी कहा 'भैया कुछ भी हो जाए, कोई भी दारिंदा बचना नहीं चाहिए। वही जिसमें आपको बता दे कि इस गैंगरेप के आरोप में गिरफ्तार 5 लड़कों में से 2 ने उसे जलाकर मारने की कोशिश की थी। जिसमें इस दर्दनाक वारदात में युवती 90प्रतिशत आग जल चुकी थी।
जिसके बाद पीड़िता को 5 दिसंबर गुरुवार को लखनऊ से एयरलिफ्ट करके दिल्ली सफदरजंग अस्पताल लाया गया था । वही जिसमें दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने उसे हवाई अड्डे से सफदरजंग अस्पताल तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरीडोर बनाया था। उसे लखनऊ से दिल्ली एयरलिफ्ट किया गया था। उस पर उस वक्त हमला हुआ जब वह अपने मामले की सुनवाई के सिलसिले में अदालत जा रही थी।वही सूत्र बाते हैकि अस्पताल के डाक्टरों ने पहले ही इशरा कर दिया था कि युवती 90प्रतिशत जल चुकी हम बचाने की पूरी कोशिश करेगें।
वही जिसमें अस्पताल के बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ0 शलभ कुमार ने बताया कि हमारे बेहतर प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। शाम में उसकी हालत खराब होने लगी। और 6 दिसंबर शुक्रवार की रात 11 20 मिनट पर उसे दिल का दौरा पड़ा। हमने बचाने की कोशिश की लेकिन रात 11.30 पर युवती की मौत हो गई।
वही आपको बता दें कि दिसम्बर 2018 में उन्नाव की एक युवती के साथ गैंगरेप हुआ था जिसमें 5 लड़कों को गिरफ्तार किया गया। गौरतलब है कि बाद में जमानत पर छूटे 2 आरोपियों ने युवती को जलाकर मारने की कोशिश की। युवती ने इन दोनों लड़कों की शिनाख्त कर ली थी और उनके नाम भी बताए। यह भी पता चला है कि पीड़िता के चाचा को भी जान से मारने की धमकी दी थी।