उत्तराखण्ड न्यूज ब्यूरोः देहरादून/ राजधानी में 26 दिसबंर को देशभर में सूर्यग्रहण की दीदार कई लोगों ने किया। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सूर्यग्रहण को काला चश्मा लगा कर किया ओर फिर उसके बाद पीएम ने टीवी न्यूज चैनलों पर भी लाईफ देखा। वही जिसमें आपको बता दें कि इस बार पौष कृष्ण अमावस्या के अवसर पर सूर्यग्रहण के रुप में लगा। दिसबंर 2019 वर्ष का तीसरा व अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसबंर गुरुवार को भारतीय समय अनुसार आंशिक सूर्य ग्रहण सुबह 8.ः17 मिनट पर शुरू हुआ। वही इस अद्भुत ग्रहण भारत में सूर्यग्रहण काल 2.52 घंटे तक रहा। जो कि प्रातः 9.30 बजे मध्य काल के बाद ग्रहण प्रातः 10.57 बजे समाप्त हुआ।वही हिन्दू धार्मिक कलैण्डर द्वारा यह बताया जा रहा है कि अगला सूर्य ग्रहण 21 जून 2020 को होगा।
यह अद्भुत सूर्यग्रहण दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक, एवं कन्याकुमारी समेत देशभर में विभिन्न स्थानों राज्यों पर सूर्य ग्रहण रिंग ऑफ फायर की स्थिति में दिखा । वही जिसमें इस अलोकिक ग्रहण के दर्शन सैकड़ों लोगों ने यह नजारा देखा। जबकि कई राज्यों के विभिन्न स्थानों पर से मिली खबरों के अनुसार वहां बादल छाए होने के कारण सूर्य ग्रहण अच्छी तरह दिखाई नहीं दिया। वही जिसमें सूर्य ग्रहण शुरू होते ही एएनआई ने ट्विटर पर जारी की ग्रहण की पहली तस्वीर डाली। इस ऐसा अद्धभूत नजारा भुवनेश्वर में दिखा । वही जिसमें आपको बता दें की हिन्दू धार्मिक के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पूर्व से माना जाता है।
यह 25 दिसंबर की रात 8.00 बजे से ही सूतक काल शुरू हो गया था। जो ग्रहण के मोक्ष के बाद समाप्त हुआ। टीटीडी के तहत आने वाले अन्य मंदिरों के भी द्वार भी इस खगोलीय घटनाक्रम के चलते बंद कर दिए गए थे। वही जिसमें ज्योतिष संस्थान के द्वारा यह कहा गया है कि यह सूर्यग्रहण के बारे में कि प्राय, ग्रहण का प्रभाव सभी के अशुभकारी ही होता है। जिसमें फिर भी यह सूर्यग्रहण धनु, कन्या एवं वृष राशि के लिए विशेष अशुभकारी रहेगा। और इस राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की जरुरत है अन्यथा संकट का सामना करना पड़ेगा।
इन सभी जातकों के लिए अपने.अपने ईष्ट की आराधना राहत देने वाली होगी। इस ग्रहण का न्यूनतम प्रभाव कर्कए तुला और कुंभ राशि पर पड़ेगा। इस राशि के जातकों को भयभीत होने की जरुरत नहीं है। फिर भी अपने.अपने ईष्ट की आराधना से शुभ लाभ प्राप्त कर सकते हैं। वही इसके बाद देशभर में घरों और मंदिरों एव धर्मिक स्थलों में साफ.सफाई करने की और पवित्र नदियों व गंगा में स्नान करने की परंपरा है। वही जिसमें आपका बता दें की सूर्यग्रहण इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई 2019 को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था।
वही जिसमंे इस सूर्य ग्रहण के दौरान धनु राशि में एक साथ 6 ग्रह स्थित में मौजूद रहे। आज पौष मास की अमावस्या तिथि है। ग्रहण के बाद पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है। इसके बाद अगला अगला सूर्य ग्रहण भारत में 21 जून 2020 को दिखाई देगा। और यह एक वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। जिसमें वलयाकार अवस्था का संकीर्ण पथ उत्तरी भारत से होकर गुजरेगा। देश के शेष भाग में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई पड़ेगा।
इस बीचए सूर्य ग्रहण के अवसर पर मुस्लिमों ने श्सलत.उल.कुसुफश् नामक विशेष नमाज अदा की।